Sunday 24 August 2014

PADHO PARDESH YOJNA FOR MINORITY STUDENTS

GOOD NEWS FOR JAIN MINORITY STUDENTS
PADHO PARDESH YOJANA
This scheme is being put together by the Ministry of Minority Affairs and the Finance Ministry to provide minority  community students with better opportunities for higher overseas education (Masters and PhD level) abroad.
With this scheme the interest on overseas edu. loan during the period of moratorium will be borne by the Govt. After the period of moratorium, int. on the outstanding amt of loan for overseas edu. will be paid by the student, in accordance with the provisions of the existing edu. loan scheme of banks.
The icing on the cake is that there is 30 % reservation for Female gender.
Eligibility criteria to avail benefits:
• Total family income should not exceed Rs 6 lakh a year.
• Should have completed bachelors from recognized university or institution in regular mode.
• Overseas education loan must be availed from designated banks only.
This scheme is boon for students belonging to economically weaker section of notified minority communities
Issued in public interest by
ALL INDIA JAIN MINORITY CELL



WORKSHOP ON BENEFITS OF MINORITY STATUS TO JAIN COMMUNITY BY SANDIP BHANDARI IN AHMEDNAGAR

WORKSHOP ON BENEFITS OF MINORITY STATUS TO JAIN COMMUNITY BY SANDIP BHANDARI IN AHMEDNAGAR
ORGINISED BY SAKAL JAIN SAMAJ OF AHMEDNAGAR.







Thursday 1 May 2014

OBJECTIVES OF JAIN MINORITY CELL


अखिल भारतीय जैन अल्पसंखयक सल - प्रस्तावना 

अत्यंत प्राचीन और गौरवशाली धरोहर के स्वामी जैन समाज को आखिरकार केंद्र सरकार ने अल्पसंख्यांक दर्जा प्रदान किय है।  आधी सदी से समाज के अग्रणी इसकी लिये प्रयासित थे।  पिछले दो दशकों मे तो कॉफी प्रयास किये गये फल स्वरुप समाज को अल्पसंख्यांक दर्जा मिल गया। गौरतलब है कि देश के ११ राज्यों मे पहले से ही जैन समज को अल्पसंख्यांक दर्जा प्राप्त है।  महाराष्ट्र मे तो पिछले दस वर्षो से यह दर्ज प्राप्त होने के बावजूद जन जाग्रति के आभाव मे समाज इसके लाभ नही ऊठा पाया है।   

जैन समाज को केंद्र शासन द्वारा अल्पसंख्यक दर्जा मिलनेसे समाज बंधुओ को इसका क्या लाभ है.....? शासन द्वारा क्या योजनाये है.....? इन योजनाओ का लाभ हम कैसे उठा सकते है......? हमारे तीर्थ स्थलों को किस प्रकार के फायदे है और किस प्रकार से अब उन्हें सुरक्षा मिल सकते है, शैक्षणिक संस्थाओ को क्या लाभ मिलसकता है ऐसे कई प्रश्न जैन बंधुओ के मन मे अनउत्तरित है। 
जैन समाज जो हमेशा देता आया है उसे सरकार से कुछ लेनेकी क्या जरुरत है।  हमे अनुदान क्यों चाहिए , दर्जा मिलनेसे हम देश के मुख्य प्रवाह से अलग तो नहीं होगे, ऐसे भी कुछ सवाल कुछ समाज बंधुओ के मन मे घर कर रहे है। 
जैन समाज सर्व साधारण रूप से सक्षम है परन्तु बहोत से समाज बांधव अल्प उत्पन्न की श्रेणी मे भी आते है , ऐसे परिवारो के बच्चो के लिए उच्च शिक्षा के लिए, व्यापार वृद्धि के लिए, स्वयंरोजगार के लिए अल्पसंखयक दर्जा की बहोत एहमियत है।
जैन समाज को राष्ट्रीय स्तर पर अल्पसंखयक समाज का दर्जा प्राप्त होने से जैन समाज समाज का हर एक घातक सक्षम होगा और जैन समाज का सर्वांगीण विकास होगा, लकिन यह तभी संभव है जब अल्पसंखयक विषय पर जैन समाज मे जागरूकता आयेंगी और सरकार द्वारा घोषित योजनाओं की जानकारी समाज तक पहुचेंगी।
यही बागीरथी कार्य करनेके लिए ऑल इंडिया जैन माइनॉरिटी सेल (अखिल भारतीय जैन अल्पसंखयक सेल) की स्थापना राष्ट्रीय अध्यक्षललितजी गांधी के नेत्तृत्व मे की गई है। 
जैन समाज को अल्पसंख्यक दर्जा मिलनेसे जैन समाज का नया पर्व शुरू होगया है और हमे आशा ही नहीं पर पूरा विशवास है की जैन समाज जो पहेले से ही सक्षम था वो अब और सक्षम बन कर देशकी उन्नति मे योगदान देगा। अल्पसंखक का दर्जा मिलनेसे जैन समाज जो हजारो वर्षो से एक स्वत्रंत धर्म है उसको मान्यता प्राप्त हो गयी है और इसका विशेष कर जैन समाज को आनंद है। 
सभी प्रमुख शहरों मे जैन माइनॉरिटी सेल के माध्यम से अल्पसंख्यक दर्जा मिलनेसे जैन समाज को मिलने वाले सुविधा और योजनाओ की जानकारी देने हेतु विशेष कार्यालय की स्थापना की जायंगी जहा समाज के लोगो को योजनाओ का लाभ मिलने हेतु पूर्ण मार्गदर्शन किया जायेगा और सहायता की जायंगी।
जैन समाज को अल्पसंख्यक दर्जा से मिलने वाली सुविधा, योजनाओ से अवगात करवाने के लिए एक किताब प्रकाशित होने जा रही है जिसमे सरकार द्वारा अल्पसंख्यक के लिए घोषित विभिन्न योजनाओ की जानकारी तथा योजनाओ का लाभ लेने हेतु दिशानिर्देश होगे जैसे की विद्यार्थीयो के लिए शीष्यवृत्ति, उच्च शिक्षा के लिए लोन, व्यापारियों के लिए अल्प ब्याज पर लोन, महीलाओ के लिए विविध योजनाये, शिक्षण संस्था, धार्मिक संस्था के लिए उपलब्ध अनुदान तथा विशेष सुरक्षा योजनाये और ऐसे कई योजनाओ की विस्तार से जानकारी इस किताब मे उपलब्ध होगी। यह किताब जैन समाज के प्रत्यक घटक के लिए  अत्यंत उपयुक्त साबित होगी।

- संदीप भंडारी



https://www.facebook.com/groups/jainminoritycell/

Sunday 27 April 2014

Monday 21 April 2014

ALL INDIA JAIN MINORITY CELL NEWS IN NEWS PAPER

ALL INDIA JAIN MINORITY CELL NEWS IN NEWS PAPER


JAIN MINORITY WORKSHOP NEWS IN LOKMAT & AAJ KA ANAND



ऑल इंडिया जैन माइनॉरिटी सेल (अखिल भारतीय जैन अल्पसंखयक सेल) की स्थापना

जैन समाज के नये पर्व की शुरवात - ऑल इंडिया जैन माइनॉरिटी सेल (अखिल भारतीय जैन अल्पसंखयक सेलकी स्थापना
जैन समाज को केंद्र शासन द्वारा अल्पसंख्यक दर्जा मिलनेसे समाज बंधुओ को इसका क्या लाभ है.....? शासन द्वारा क्या योजनाये है.....? इन योजनाओ का लाभ हम कैसे उठा सकते है......? हमारे तीर्थ स्थलों को किस प्रकार के फायदे है और किस प्रकार से अब उन्हें सुरक्षा मिल सकते है, शैक्षणिक संस्थाओ को क्या लाभ मिलसकता है ऐसे कई प्रश्न जैन बंधुओ के मन मे अनउत्तरित है। 
जैन समाज जो हमेशा देता आया है उसे सरकार से कुछ लेनेकी क्या जरुरत है।  हमे अनुदान क्यों चाहिए , दर्जा मिलनेसे हम देश के मुख्य प्रवाह से अलग तो नहीं होगे, ऐसे भी कुछ सवाल कुछ समाज बंधुओ के मन मे घर कर रहे है। 
जैन समाज सर्व साधारण रूप से सक्षम है परन्तु बहोत से समाज बांधव अल्प उत्पन्न की श्रेणी मे भी आते है , ऐसे परिवारो के बच्चो के लिए उच्च शिक्षा के लिए, व्यापार वृद्धि के लिए, स्वयंरोजगार के लिए अल्पसंखयक दर्जा की बहोत एहमियत है।
जैन समाज को राष्ट्रीय स्तर पर अल्पसंखयक समाज का दर्जा प्राप् होने से जैन समाज समाज का हर एक घातक सक्षम होगा और जैन समाज का सर्वांगीण विकास होगालकिन यह तभी संभव है जब  अल्पसंखयक  विषय पर जैन समाज मे जागरूकता आयेंगी और सरकार द्वारा घोषित योजनाओ की जानकारी समाज तक पहुचेंगी।  
यही बागीरथी कार्य करनेके लिए  इंडिया जैन माइनॉरिटी सेल (अखिल भारतीय जैन अल्पसंखयक सेल स्थापना राष्ट्रीय अध्यक्ष ललितजी गांधी के नेत्तृत्व मे की गई है ऐसे जानकारी संस्थापक राष्ट्रीय सहयोजक संदीप भंडारी ने दी। 

उन्होंने आगे कहा की जैन समाज को अल्पसंख्यक दर्जा मिलनेसे जैन समाज का नया पर्व शुरू होगया है और हमे आशा ही नहीं पर पूरा विशवास है की जैन समाज जो पहेले से ही सक्षम था वो अब और सक्षम बन कर देशकी उन्नति मे योगदान देगा। अल्पसंखक का दर्जा मिलनेसे जैन समाज जो हजारो वर्षो से एक स्वत्रंत धर्म है उसको मान्यता प्राप्त हो गयी है और इसका विशेष कर जैन समाज को आनंद है। 


श्री संदीप भंडारी ने आगे बताया की सभी प्रमुख शहरों मे जैन माइनॉरिटी सेल के माध्यम से अल्पसंख्यक दर्जा मिलनेसे जैन समाज को मिलने वाले सुविधा और योजनाओ की जानकारी देने हेतु विशेष कार्यालय की स्थापना की जायंगी जहा समाज के लोगो को योजनाओ का लाभ मिलने हेतु पूर्ण मार्गदर्शन किया जायेगा और सहायता की जायंगी। 


जैन समाज को अल्पसंख्यक दर्जा से मिलने वाली सुविधा, योजनाओ से अवगात करवाने के लिए एक किताब प्रकाशित होने जा रही है जिसमे सरकार द्वारा अल्पसंख्यक के लिए घोषित विभिन्न योजनाओ की जानकारी तथा योजनाओ का लाभ लेने हेतु दिशानिर्देश होगे जैसे की विद्यार्थीयो के लिए शीष्यवृत्ति, उच्च शिक्षा के लिए लोन, व्यापारियों के लिए अल्प ब्याज पर लोन, महीलाओ के लिए विविध योजनाये, शिक्षण संस्था, धार्मिक संस्था के लिए उपलब्ध अनुदान तथा विशेष सुरक्षा योजनाये और ऐसे कई योजनाओ की विस्तार से जानकारी इस किताब मे उपलब्ध होगी। यह किताब जैन समाज के प्रत्यक घटक के लिए  अत्यंत उपयुक्त साबित होगी।



अधिक जानकारी के लिए संपर्क


संदीप भंडारी (SB) 7507717007
संस्थापक ऐवम राष्ट्रीय सहयोजक

Friday 18 April 2014

BENEFITS OF NATIONAL MINORITY STATUS FOR JAIN COMMUNITY

1. Under the Indian Constitutional Law Jains Minority can demand protection and administrative control & management for their Thirthakshetras (Pilgrims) and our religious Institution, so no other religious Group or fanatics can illegally encroach our worship like sacred heritage place of Girnar in Gujarat has been taken.

2. Under the Indian Constitutional Law Jain religious Saints or Munies will have protection from freedom of movement to practice their religion & spread Jain principle of Ahmisa & compassion among other people.

3. Autonomy to the Jain minority religious, educational or cultural institutions under the Indian Constitution.

4. Jain trust or organisation can open and operate Colleges or Schools and can control administrative matters and which will empower the Jain minority to reserve 50% of the Seats to the Jain Students & have 100% Management and Administrative Rights under Article 29 & 30 of the Indian Constitution. Eg St. Xavier's College, Mumbai or St. Stephen College, New Delhi does for Christian Minority Student.

5. With National Minority status poor and needy Jain Students can avail Bank Loans & various Scholarships for School & Higher Education under Prime Minister’s New 15 Point Program for welfare of Minorities & various State Govt program.

6. Student Interest free loans & Scholarships for higher Study in foreign countries like USA or UK

7. Government will fund & encourage educational & research in Jainism at School & University level.

8. Free & Professional pre-recruitment Training with Hostel’s for Civil Services, IAS, IPS, IFS, UPSC, State Administrative services exams, Postal Services, Nationalised Banks, Railways, Central & State Government Jobs. (Only for Minorities)

9. Special Programs by Central Govt. & various States Govt. for Youth & Women’s Educational, Economic & Political empowerment & many such programs.

10. Women Empowerment prog i.e. Educational, Economic & in Govt Jobs as the Jain Women have the worst representation in Govt. Employment. Even Worst that Dalits & Muslims according to 2001 & 2011 Population census.

11. Loans and Marketing & Skill Training for opening new Business i.e. encouraging Self-employment model.


12. Quota in Housing Scheme under MHADA, INDIRA AWAS & RAJIV AWAS YOJNA and Central & State Govt. projects for Housing with Quota's for JAIN Minority.
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